बिहार में राज्य सरकार द्वारा बेरोजगार लोगों तथा मछुआरा समुदाय से संबंध रखने वाले लोगों के लिए एक प्रशिक्षण प्रोग्राम तैयार किया गया है और जिस योजना के अंतर्गत इस प्रोग्राम को तैयार किया गया है उस योजना का नाम है ‘मत्स्य प्रशिक्षण योजना’। इस योजना के अंतर्गत मछली पालन से संबंधित सिखलाई लोगों को प्रदान की जाएगी ताकि वह बेहतर तरीके से मछली पालन जैसे उद्योग को अपना पाए और अपना बिजनेस अच्छे से खड़ा कर पाए।
इस योजना के अंतर्गत युवक तथा युवतियों को ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षित किया जाएगा। यही योजना मत्स्य प्रशिक्षण योजना बिहार के पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की तरफ से चलाई जा रही है तथा संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत वैज्ञानिक ढंग से लोगों को सिखाया जाएगा कि वह मछली पालन को और बेहतर कैसे कर सकते हैं।
बिहार मछली पालन प्रशिक्षण योजना का उद्देश्य | Bihar Machli Palan Yojana 2022 : Objectives
स्वरोजगार की ओर लोग और ज्यादा प्रोत्साहित हो और मत्स्य प्रशिक्षण हासिल करके ज्यादा मुनाफा कमा सकें यही इस योजना का मुख्य उद्देश्य है। मछली पालन के प्रफुल्लित होने से मछली पालन में वृद्धि होगी जिसका सीधा असर राज्य की अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।
बिहार मछली पालन प्रशिक्षण योजना के तहत खोले गए सेंटर | Bihar Machli Palan Yojana 2022 : Training Center | Machli Palan Kaise Kare 2022
मत्स्य प्रशिक्षण योजना के तहत बिहार में अलग-अलग स्थानों पर सेंटर खोले गए हैं, जहां से लाभार्थी प्रशिक्षण हासिल कर सकते हैं। इन सेंटर की सूची निम्नलिखित प्रकार है:
- मत्स्य प्रशिक्षण केंद्र, मीठापुर, पटना
- मत्स्यकी महाविद्यालय, ढोली, मुजफ्फरपुर
- नारायण सिंह सहकारी प्रशिक्षण संस्थान, शास्त्री नगर, पटना
- ICAR पटना
बिहार मछली पालन प्रशिक्षण योजना के लाभ | Bihar Machli Palan Yojana 2022 : Benefits
- इस योजना के अंतर्गतहर समुदाय से संबंध रखने वाले व्यक्ति मछली पालन की ट्रेनिंग प्राप्त कर पाएंगे।
- वैज्ञानिक ढंग से सब को प्रशिक्षित किया जाएगा तथा मत्स्य पालन की सारी बारीकियां समझाई जाएंगे।
- इस योजना के अंतर्गत सभी लोगों को मुफ्त में ट्रेनिंग प्रदान की जाएगी।
- मछली पालन का ट्रेनिंग प्रोग्राम विशेषज्ञों की देखरेख में चलाया जाएगा।
- जो लोग बिहार राज्य के अंदर प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं उन्हें 40 परीक्षार्थियों के बैच में ट्रेनिंग दी जाती है, इन बेड की संख्या 36 होती है तथा कुल 1440 लाभार्थियों को 6 दिन तक ट्रेनिंग प्रदान की जाती है।
- जो लोगप्रशिक्षण केंद्रों तक केंद्रों तक रेल मार्ग के जरिए आते हैं, उन्हें किराए की निर्धारित राशि भी प्रदान की जाती है।
- जो लोग सड़क मार्ग से प्रशिक्षण हासिल करने के लिए ट्रेनिंग सेंटर में आते हैं, उन्हें बस का टिकट दिखाने पर निर्धारित किराया दे दिया जाता है।
- यदि कोई मत्स्य पालक अपने ही जिले में ट्रेनिंग लेना चाह रहा हो तो, उसे 10 दिनों तक ट्रेनिंग उपलब्ध करवाई जाती है।
बिहार मछली पालन प्रशिक्षण योजना के तहत जारी किए गए नियम | Bihar Machli Palan Yojana 2022 : Guidelines
- इस योजना के तहत ना केवल बिहार में बल्कि दूसरे राज्य में भी ट्रेनिंग हासिल की जा सकती है।
- बिहार राज्य में केवल बिहार के मूल निवासियों को भी मत्स्य प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत मुफ्त में ट्रेनिंग प्रदान कीजाएगी।
- जो मत्स्य पालक ट्रेनिंग हासिल करना चाहते हैं, उनके पास आधार कार्ड होना आवश्यक है।
- भूमि के पट्टे से संबंधित प्रमाण पत्र होना भी अनिवार्य है, तभी उन्हें इस योजना के तहत प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।जिनके पास भूमि के पट्टे से संबंधित प्रमाण पत्र नहीं होंगे, उन्हें इस योजना के तहत मुफ्त में ट्रेनिंग प्राप्त करने की अनुमति नहीं है।
बिहार मत्स्य प्रशिक्षण योजना के तहत आवश्यक दस्तावेज | Bihar Machhli Palan Yojana 2022 : Required Documents
- आधार कार्ड
- मूल निवासी पहचान पत्र
- भूमि के पट्टे का प्रमाण पत्र
- राशन कार्ड, वोटर आईडी इत्यादि
- दो पासपोर्ट साइज फोटो
बिहार मछली पालन प्रशिक्षण योजना के तहत आवेदन प्रक्रिया | Bihar Machhli Palan Yojana 2022 : Registration Process
- मत्स्य प्रशिक्षण योजना के तहत आवेदन करने के लिए ऑफलाइन सुविधा ही बनाई गई है; इसलिए जो भी लोग मत्स्य प्रशिक्षण प्राप्त करना चाहते हैं उन्हेंनीचे दिए गए स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
- जो भी आवेदक योजना के तहत प्रशिक्षण हासिल करना चाहता है, उसको अपने जिले के मत्स्य पालन विभाग से मत्स्य प्रशिक्षण योजना फॉर्म लेना होगा।
- ध्यान देने योग्य एक बात यह है कि जो लोग काकीनाडा बैच के लिए आवेदन कर रहे हैं, उन्हें ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिए जो फॉर्म लेना है, उसके लिए उन्हें ₹250 शुल्क भरना होगा जबकि अन्य प्रशिक्षण संस्थानों में प्रशिक्षण हासिल करने के लिए ₹100 का शुल्क भरना होगा।
- मत्स्यप्रशिक्षण योजना फॉर्म को अच्छी तरह से भरने के पश्चात तथा कुछ आवश्यक दस्तावेजों की कॉपी अटैच करने के बाद इस फॉर्म को जिले की जिला मत्स्य अधिकारी या जिला सह मुख्य कार्यपालक अधिकारी के कार्यालय में जाकर जमा करवाना होगा।
- इसके बाद अधिकारी आवेदन पत्र को वेरीफाई करते हैं तथा दस्तावेजों को भी वेरीफाई किया जाता है; यदि उन्हें सारी जानकारी सही लगती है तो उनके द्वारा आवेदक को अप्रूवल दे दिया जाता है और उसके बाद ट्रेनिंग शुरू कर दी जाती है; जो कि बिल्कुल मुफ्त में प्रदान की जाती है।
बिहार मछली पालन प्रशिक्षण योजना के तहत लाभार्थी के चयन की प्रक्रिया | Bihar Machhli Palan Yojana 2022 : Selction Process
- जो लोग किसी हैचरी, तालाब के निर्माण, फिश फीड मिल के लिए बैंक लोन या फिर खुद की लागत से बनाई मत्स्य विभाग में आवेदन करते हैं, उन्हें पहल के आधार पर इस योजना के तहत चुन लिया जाता है।
- योजना के अंतर्गत उन मत्स्य पालकों को प्राथमिकता दी जाती है जो प्रोटीन मिशन, मुख्यमंत्री मत्स्य विकास परियोजना, समग्र मत्स्य विकास प्रयोजना आदि के तहत बैंक ऋण के लिए आवेदन कर चुके हैं।बाकी के आवेदकों को वेटिंग लिस्ट में डाल दिया जाता है और जितनी सीट खाली होती है, वहां पर उन्हें लाभ प्रदान करने के लिए अप्रूवल दे दिया जाता है।
मत्स्य प्रशिक्षण योजना मछली पालन के धंधे को बिहार में और ज्यादा बढ़ाने के लिए शुरू किया गया है। जो लोग मछली पालन या मत्स्य पालन के बारे में ज्यादा जानकारी ना भी रखते हैं उनको भी यदि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में दिलचस्पी है तो वह बेझिझक होकर इस योजना के तहत आवेदन कर सकते हैं। यदि उस जानकारी प्रभाव कारी लगी तो वह उसे मुफ्त में प्रशिक्षण हासिल करने के लिए अप्रूवल दे देते हैं जिससे नई तकनीकें जानने का मौका मिलता है और अपना खुद का रोजगार शुरू करने का मौका मिलता है। इसलिए जिन लोगों को मत्स्य पालन में दिलचस्पी है उन्हें योजना के अंतर्गत अपना नाम नामांकित कर देना चाहिए।
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