यदि कोई बच्चा मैनेजमेंट की फील्ड में कुछ करना चाहते हैं तो उसके लिए बीएमएस एक अच्छा सॉल्यूशन है। वह चाहे तो बीएमएस का कोर्स दिल्ली यूनिवसिर्टी से भी कर सकता है। बैचलर विद ऑनर्स इन मैनेजमेंट स्टडीज प्रैक्टिकल बेस्ड कोर्स है जो उसको मैनेजमेंट की फील्ड में एक्सपर्ट बनाता है। दिल्ली यूनिवसिर्टी में होने वाला यह कोर्स चार साल का है। इस दौरान स्टूडेंट्स को सिखाया जाता है कि कैसे बिजनेस की फील्ड में अलग-अलग हालात का सामना करना पड़ता है। पढ़ाई के दौरान इंटर्नशिप भी इस कोर्स का हिस्सा है। बिजनेस स्टडीज में जिन बच्चों का इंट्रेस्ट है, यह कोर्स उनके लिए बिल्कुल सही चॉइस है। तो चलिए जानते है इस कोर्स के बारे में विस्तार से।
जाने क्या है बीएमएस | BMS Course Details | Bachelor of Management Studies 2024
बैचलर विद ऑनर्स इन मैनेजमेंट स्टडीज एक तीन साल का कोर्स है। दिल्ली यूनिवसिर्टी में यह कोर्स अब फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट के अंडर आता है। फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट जैसा बड़ा नाम साथ होने के कारण इस कोर्स की प्लेसमेंट काफी अच्छी है। बीएमएस में थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी दी जाती है। जहां एक ओर थ्योरी में कॉमर्स, अॅागेर्नाइजेशनल बिहेवियर, मैथ्स और माकेर्टिंग फाइनैंस जैसे सब्जेक्ट्स इस कोर्स का हिस्सा है वहीं दूसरी ओर प्रोजेक्ट वर्क भी है जो स्टूडेंट को प्रैक्टिकल नॉलेज देता है। क्या आपको पता है अलग-अलग मल्टीनेशनल कंपनियों में मैनेजमेंट के छात्रों के लिए ढ़ेरों करियर के विकल्प हैं। मैनेजमेंट के क्षेत्र में अपना करियर बनाने की चाह रखने वाले छात्रों के लिए बीएमएस एक बेहतरीन ऑप्शन साबित हो सकता है।
जाने बीएमएस में कैसे बनाये अपना करियर | Career after BMS Course | Bachelor of Management Studies Career
बीएमएस का मतलब है ‘बैचलर इन मैनेजमेंट स्टडीज’। क्या आपको पता है बीएमएस कोर्स के दौरान मैनेजमेंट के बारे में थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल नॉलेज भी दी जाती है। बीएमएस में थ्योरी के अंतर्गत कॉमर्स, ऑर्गेनाइजेशनल बिहैवियर, मैथ्स और मार्केटिंग फाइनेंस जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं। जबकि प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए कई सारे प्रोजेक्ट दिए जाते हैं। इस दौरान बच्चों को सिखाया जाता है कि कैसे बिजनेस की फील्ड में अलग-अलग हालात का सामना करना पड़ता है। इस बीएमएस के कोर्स को आप गैजुएशन की डिग्री की जगह भी कर सकते है साथ के साथ यह बच्चों को मैनेजमेंट की फील्ड में भी एक्सपर्ट बनाता है। जहां एक ओर बच्चों के पास ऑप्शन है बैंकिंग एंड फाइनैंस में जाने का तो वहीं दूसरी ओर वह सिविल सविर्सेज और दूसरे कॉम्पटिटिव एग्जाम के लिए भी जा सकते है। इसके साथ ही बीएमएस और भी जॉब आप्शन देता है, जैसे-
- प्रोडक्शन मैनेजर
- एचआर मैनेजर
- मार्केटिंग मैनेजर
- इनफोर्मेशन सिस्टम मैनेजर
- बिजनेस प्रोफेसर
- रिसर्च एंड डेवलपमेंट मैनेजर
- बिजनेस कंसल्टेंट
बीएमएस में एडमिशन के लिए ज़रूरी शर्तें | Eligibility Criteria for BMS Course Admission
इस बीएमएस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए बारहवीं में बच्चे के कम से कम 50-60 प्रतिशत नंबर आने ज़रूरी होते है। इस कोर्स में एडमिशन पाने के लिए बच्चे को एंट्रेंस टेस्ट देना पड़ता है और इस टेस्ट को पास करने के लिए बच्चे को इंटरव्यू और जीडी यानि ग्रुप डिस्कशन क्लीयर करना पड़ता है।
बैचलर ऑफ मैनेजमैंट स्ट्डीज़ (बीएमएस) सिलेबस | Bachelor of Management Studies (BMS) Syllabus
First Year :
Foundation of Human Skills | Business Communication | Introduction to Computers |
Business Law | Introduction to Financial Accounts | Business Environment |
Business Statistics | Principles of Management 1 | Industrial Law |
Second Year :
Computer Applications in Business | Principles of Management 2 | Environmental Management |
Business Mathematics | Introduction to Cost Accounting | Management Accounting |
Marketing Management | Direct & Indirect Taxes | Export-Import Procedures |
Final Year :
Export-Import Documentation | Financial Management | Operational Research |
Public Relations Management | Service Sector Management | E-Commerce |
Research Methods in Business | Project Work | Special Studies in Finance |
Management of SME | International Finance | International Marketing |
जाने बीएमएस का कोर्स कहा से करें | Best College for BMS Course | Top College for BMS Course 2024
आज के समय में बारहवीं के बाद किया जाने वाला बीएमएस कोर्स हमारे देश के अधिकांश कॉलेजों में उपलब्ध है। भले आप किसी भी राज्य या फिर किसी भी शहर में क्यों न रहते हों। आप इस कोर्स को दिल्ली और मुंबई युनिवर्सिटी के अंतर्गत आनेवाले कई कॉलेजों के से कर सकते हैं। साथ ही साथ आपको ये भी बता दें, कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में इस कोर्स की अवधि 4 साल है। जबकि मुंबई यूनिवर्सिटी में इस कोर्स की अवधि 3 साल है।
बीएमएस के क्षेत्र में बच्चों को मिलने वाला पैकेज | Salary Package after Complete BMS Course | Bachelor of Management Studies Salary Package
आप बीएमएस करने के बाद मैनेजमेंट के क्षेत्र में आप इंटर्नशिप के ज़रिए नौकरी की शुरूआत कर सकते हैं। हालांकि इस क्षेत्र में मिलने वाली सैलरी कंपनी और काम के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। अगर हम बीएमएस में शुरूआती सैलरी की बात है तो इसमें शुरूआती सैलरी करीब 15 हज़ार से 20 हज़ार तक हो सकती है जबकि कुछ कंपनियां इससे ज्यादा सैलरी देती हैं। इस क्षेत्र में जैसे-जैसे आपका अनुभव बढ़ेगा, आपकी कमाई में भी इज़ाफा होने लगेगा।अगर आप मैनेजमेंट में अपना भविष्य तलाश रहे हैं तो फिर बीएमएस कोर्स करके अपने भविष्य के सपने को साकार कर सकते हैं।
बीएमएस के लिए बेस्ट कॉलेज | Best College for BMS Course
- बीएनएन कॉलेज
- दिल्ली यूनिवर्सिटी
- आईसीएआई
- हिंदु कॉलेज
- भारतीय विधा भवन
जाने क्या होती है बीएमएस बैचलर मैनेजमेंट कोर्स की फीस | BMS Course Fee 2024 | Bachelor of Management Studies course Fee 2024
बीएमएस में एडमिशन लेने के लिए विभिन्न यूनिवर्सिटी की अलग-अलग फीस होती है| अगर आप प्रवेश परीक्षा पास करके किसी सरकारी कॉलेज से BMS कर रहे है तो आपकी फीस 17,000-30,000 तक हो सकती है और प्राइवेट कॉलेज में कम से कम 25,000 से 50,000 तक फीस होती है।
जाने बीएमएस करने के बाद कैसे मिलेगी प्लेसमेंट और इंटर्नशिप | Placement and Entrain ship for BMS Students
ज्यादातर कॉलेज प्रबंधन अध्ययनों पर चार साल की डिग्री के लिए 11 महीने के काम प्लेसमेंट विकल्प या विदेश में अध्ययन करने का अवसर प्रदान करते हैं। एक अग्रणी संस्था के लिए काम करने का अनुभव अमूल्य हो सकता है क्योंकि इससे बच्चों को उनके भविष्य के करियर में लगातार बदलते कारोबारी माहौलों को अनुकूलित करने के लिए मजबूत क्षमताओं का निर्माण करने में सक्षम बनाता है। बच्चों को एक कंपनी के भीतर किसी मुद्दे की जांच करके और एक पूर्ण शोध रिपोर्ट तैयार करके कौशल और दक्षता प्राप्त कर सकते है।
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