2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आते ही भारत के विकास के लिए अनेक कार्यक्रम शुरू किए गए जैसे डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया आदि इन कार्यक्रमों के बाद मोदी सरकार ने की योजना और बनाई; जिसका नाम कौशल विकास योजना 2024 रखा गया। भारत सरकार ने स्किल इंडिया को नई दिल्ली में राष्ट्रीय कौशल विकास मिशन के नाम से शुरू किया।
इस योजना का मुख्य लक्ष्य देश के लोगों को अलग-अलग क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर उनकी कार्य क्षमता को बढ़ावा देना है और इस ट्रेनिंग से अधिक से अधिक युवा रोजगार का सृजन करना है। इस अभियान का उद्देश्य पूरे देश में सभी कौशल विकास को जोड़ना और उनकी निगरानी करना है। यह 2024 तक 40 करोड़ से अधिक लोगों को विभिन्न कौशलों में प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखता है।
मुख्य ध्यान पढ़ाई, व्यवसाय, लोहार, दर्जी, नर्स इत्यादि जैसे व्यवसाय के लिए व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना है। एक नए क्षेत्र में अधिक जोर दिया जाएगा जैसे वास्तविक एस्टेट निर्माण, परिवहन, कपड़ा, बैंकिंग. पर्यटन आदि।ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों को कवर करता है। ग्रामीण क्षेत्र के लिए दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना शुरू की गई है और शहरी क्षेत्रों में देशभर में कई प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं।
इस मिशन के प्रमुख लाभ यह है कि है रोजगार पैदा करता है, उद्यमिता की गुणवत्ता में सुधार लाता है, संसार प्रबंधन और व्यक्तित्व विकास में कौशल विकसित करता है,आत्मनिर्भर बना था और सभी क्षेत्रों में संतुलित विकास प्रदान करता है।
कौशल विकास योजना का लक्ष्य | PM Kaushal Vikas Yojana 2024 : Objectives
- इस योजना का लक्ष्य भारत में तकनीकी शिक्षण प्रक्रिया में सुधार लाकर उसे विश्व मांग के अनुरूप में डालना है।
- इस योजना की घोषणा के समय पीएम मोदी ने भाषण देते हुए कहा था कि भारत में परंपरागत शिक्षण पाठ्यक्रम प्रचलन से जिससे कि हम विश्व में तेजी से हो रहे परिवर्तनों के साथ अपने आप को गतिशील नहीं बना पाए हैं और आज भी बेरोजगार है। निष्कर्ष के अनुसार यदि युवाओं को प्रशिक्षित करेंगे, तो भारत के युवाओं को रोजगार से सबसे अधिक अवसर मिलेंगे इस तरह कौशल विकास योजना भारत देश के लिए एक आंदोलन ना होकर एक कार्यक्रम है।
- गरीबी के कारण जो बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त करने से वंचित रह जाते हैं, उनके लिए अंदर छिपे कौशल को विकसित करना कि इसका एक मुख्य उद्देश्य है।
- योजनाबद्ध तरीके से गरीब और गरीब नौजवानों को संगठित करके उनके कौशल को सही दिशा में प्रशिक्षित करके गरीबी का उन्मूलन करना एक बहुत बड़ा उद्देश्य है।
- गरीबी को दूर करने के साथ-साथ गरीब लोगों परिवारों तथा युवाओं में नया सामर्थ्य, आगे बढ़ने का आत्मविश्वास लाना तथा देश में नई ऊर्जा लाने का प्रयास करना भी मुख्य उद्देश्य है।
- सभी राज्यों और संघ राज्यों को संगठित करके आईआईटी की इकाइयों के माध्यम से दुनिया में स्वयं को स्थापित करना भी एक मुख्य उद्देश्य है।
- इसका एक उद्देश्य यह भी है कि देश के युवा और नौजवानों के लिए रोजगार उपलब्ध करने के लिए उन्हें रोजगार के योग्य बनाने के लिए पूरी एक व्यवस्था के निर्माण को देश की प्राथमिकताओं में शामिल करना।
स्किल इंडिया योजना की विशेषता | PM Kaushal Vikas Yojana 2024 : Features
- इस योजना के तहत कराए जाने वाली सभी तरह की ट्रेनिंग बहुत ही संजीदगी से कराई जाएगी। विभिन्न क्षेत्रों में ट्रेनिंग प्राप्त करने के लिए विभिन्न योग्यताओं की आवश्यकता होगी अतः किसी भी तकनीकी क्षेत्र में प्रशिक्षण लेने से पहले योग्यता की जांच की जाएगी।
- सभी ट्रेनिंग प्रोग्राम का निर्वाहन सेक्टर खेल काउंसिल यानी एसएससी द्वारा किया जाएगा। इस काउंसिल के अंतर्गत प्रशिक्षित करने वाले सभी लोग NOS और QPS के नियमों का निर्वाहन करेंगे।
- इस योजना के अंतर्गत भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं में आवश्यक कार्यकर्ताओं को देखते हुए प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद युवाओं को विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे मेक इन इंडिया योजना, डिजिटल इंडिया प्रोजेक्ट, स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत नौकरी दी जाएगी।
- एक बार प्रशिक्षण खत्म हो जाने पर प्रशिक्षित युवाओं को ₹8000 और कोर्स कंप्लीट सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
- यह सभी जगहों पर मान्य होगा किंतु इसे प्राप्त करने के लिए प्रशिक्षण के अंत में लिए जाने वाले परीक्षा में उत्तीर्ण होना होगा।
- इस योजना की एक विशेष बात यह है कि इस योजना का ब्रांड एंबेसडर सचिन तेंदुलकर है सचिन तेंदुलकर भारतीय युवाओं के लिए महान क्रिकेट खिलाड़ी है। इसलिए उन्हें युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए चुना गया है।
स्किल डेवलपमेंट के लिए सरकार के द्वारा चलाए जा रहे अभियान
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 15 जुलाई, 2015 को स्किल इंडिया मुहिम की घोषणा की; जिसमें उन्होंने सन 2024 तक पूरे भारत के 40 करोड़ लोगों को इस मुहिम के तहत कुशल बनाने का प्रण लिया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लोगों को सक्षम बनाना है, जो वास्तव में खुद के जीवन में परिवर्तन लाना चाहते हैं लेकिन उनके पास परियों का अभाव है और उस अभाव के कारण वेनीचे स्तर का जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
- स्किल इंडिया मुहिम के तहत गांवों या दिलों में ऐसे संस्थान स्थापित किए जा रही हैं, जहां पर निशुल्क या मामूली शुल्क लेकर उनके स्किल्स को विकसित किया जाता है।
- भारत के युवाओं को देश का आने वाला कल कहा जाता है, ऐसे में यह बेहद जरूरी है कि वे अपने स्किल्स को विकसित करें ताकि उन के माध्यम से वे खुद के जीवन में बदलाव लाने के साथ-साथ देश को भी आर्थिक रूप से मजबूत कर सके।
- पिछली सरकारों ने योजनाएं तो कई निकाली थी, पर उन पर कार्य उतनी रफ्तार से नहीं हुआ लेकिन वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के शब्दों में करोड़ों लोगों में उम्मीद की किरण दिखाइए कहते हैं कि मैं भारत को राजधानी बनाने के लिए पूरे राष्ट्र को प्रतिज्ञा करने के लिए आवाहन करता हूं।
- मिशन का उद्देश्य जरूरी ट्रेनिंग के माध्यम से युवाओं में आत्मविश्वास को जगाना है, जिससे कि उनकीउत्पादकता में वृद्धि हो सके।
- इस योजना के माध्यम से सरकारी और प्राइवेट संस्थानों के साथ शिक्षण संस्थाएं भी सम्मिलित होगी।
कौशल भारत मिशन के लाभ | PM Kaushal Vikas Yojana 2024 : Benefits
कौशल भारत मिशन के अंतर्गत मोदी सरकार ने गरीब एवं वंचित युवाओं को प्रशिक्षित करके बेरोजगार की समस्या और गरीबी को खत्म करने का लक्ष्य रखा है। इस मिशन का उद्देश्य उचित प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओं में आत्मविश्वास लाना है जिससे कि उनकी उत्पादकता में वृद्धि हो सके। इस योजना के माध्यम से सरकारी और गैर सरकारी संस्थानों के साथ-साथ शैक्षिक संस्थाएं भी सम्मिलित होकर कार्य करेंगे।
इस मिशन के कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं:
- कौशल विकास योजना के माध्यम से युवाओं को प्रशिक्षित करके भारत में बेरोजगारी की समस्या के निर्माण में सहायता।
- उत्पादकता में वृद्धि
- भारत से गरीबी खत्म करने में सहायक
- भारतीयों में छिपी हुई योग्यता को बढ़ावा देने में सहायक
- राष्ट्रीय आय के साथ-साथ प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि
- लोगों की जीवन निर्वाह, आय में वृद्धि
- भारतीयों के जीवन स्तर में सुधार
भारत के लिए सबसे पहले अगर कोई प्राथमिकता है, तो वह देश के नौजवानों के लिए रोजगार उपलब्ध करना।
रोजगार के योग्य नौजवानों को तैयार करना है, रोजगार के योग्य नौजवानों को तैयार करने के लिए पूरा एक व्यवस्था तैयार करना, इस मिशन के द्वारा उन सभी आवश्यकता की पूर्ति करने का प्रयास करना। भारत विश्व के लिए कार्य बल उपलब्ध करवाने वाला विश्व का सबसे बड़ा देश बन सकता है। ऐसा करने के लिए भारत में बल्कि पूरे विश्व में मानव शक्ति की जरूरतों का पता लगाने की आवश्यकता है।
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