जैसा की हम सभी लोग जानते है कि साल 2020 किसी के लिए भी कुछ खास नहीं रहा था। इस साल कोरोना वायरस के चलते सभी लोगों को काफी सारी परेसानियों का सामना करना पड़ा था। और लाखों लोगों को तो अपनी जान भी गवानी पड़ी थी साथ ही साथ कई सारे लोगों को अपनी नौकरियां भी गवानी पड़ी थी। इसी बीच हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 1 जून 2020 को केंद्रीय केबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को शुरू करने का फैसला लिया था। इस प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत देश के रेहड़ी और पटरी वालों छोटे सड़क विक्रेताओं को अपना खुद का काम नए सिरे से शुरू करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा 10000 रूपये तक का लोन मुहैया कराया गया था। इस प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को हमारे देश में प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्म निर्भर निधि के नाम से भी जाना जाता है। इस प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ देश के सभी छोटे सड़क विक्रेताओं को उपलब्ध कराया जायेगा। इतना ही नहीं अगर कोई व्यक्ति इस लोन को समय पर चुकाएगा तो नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उस व्यक्ति को सात फीसद का वार्षिक ब्याज सब्सिडी के तौर पर उनके अकाउंट में सरकार की ओर से ट्रांसफर किया जाएगा। इस लिए देश के जो इच्छुक लाभार्थी इस प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना का लाभ उठाना चाहते है तो उन्हें इस प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत आवेदन करना होगा। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में वेंडर, हॉकर, ठेले वाले, रेहड़ी वाले, ठेली फलवाले आदि सहित 50 लाख से अधिक लोगों को इस योजना से लाभ प्रदान किया जायेगा।
जैसा की हम सभी लोग जानते है कि साल 2020 किसी के लिए भी कुछ खास नहीं रहा था। इस साल कोरोना वायरस के चलते सभी लोगों को काफी सारी परेसानियों का सामना करना पड़ा था। इस कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण से लोगो को बचाने के लिए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूरे देश में 30 जून तक लॉकडाउन कर दिया गया था। जिसके कारण हमारे देश के रेहड़ी पटरी वालों और ठेले पर सामान बेचने वाले लोग अपना जीवन यापन करने के लिए काम नहीं कर पा रहे थे। जिसकी वजह से उन्हें काफी सारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा था। रेहड़ी पटरी वालों और ठेले पर सामान बेचने वाले लोग की समस्याओं को देखते हुए ही केंद्र सरकार ने इस प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को शुरू करने की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत रेहड़ी पटरी वालो को अपना काम दोबारा से शुरू करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा लोन मुहैया कराया जा रहा था। इस योजना का मुख्य उद्देश्य रेहड़ी पटरी वालो को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना साथ ही साथ गरीब लोगो की स्थिति में सुधार करना था।
इस प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत 2 जुलाई 2020 को लोन देने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 1.54 लाख से अधिक रेहड़ी पटरी वालों और ठेले पर सामान बेचने वाले लोग को कार्यशील पूंजी लोन के लिए आवेदन किया है। इस प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में आवेदनों से, 48,000 से अधिक को पहले से ही प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर की आत्मनिर्भर निधि योजना के तहत लोन स्वीकृत किया गया है। इस प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के शुरू होने से लेकर अब तक आय आवेदनों की संख्या 5 लाख का आंकड़ा पार कर चुकी है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना में 41 दिनों के अंदर ही 1 लाख से अधिक लोन मंजूर कर दिए गए हैं। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को आवास व शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा आत्मनिर्भर भारत अभियान के हिस्से के रूप में लॉन्च किया गया है।
कुल आवेदन: | 28,45,870 |
स्वीकृत: | 15,26,313 |
संवितरित: | 10,07,536 |
ऑनबोर्ड की गई शाखाओं की संख्या: | 1,46,966 |
स्वीकृत राशि: | 1,521.56 करोड़ |
वितरित राशि: | 989.37 करोड़ |
डिजिटल भुगतान स्वीकार करने वाले एसवी की संख्या: | 10,07,536 |
एसवी को दिया गया कुल कैशबैक: | 56050 |
कुल ब्याज सब्सिडी का भुगतान: | 0 |
LoR आवेदन की संख्या प्राप्त हुई: | 11,43,547 |
स्वीकृत LoR अनुप्रयोगों की संख्या: | 8,42,107 |
LoR अनुप्रयोगों की संख्या खारिज कर दी: | 34, 422 |
अनुमोदन के लिए औसत दिन: | 24 |
वर्षों में आवेदक की औसत आयु: | 40 |
सरकारी योजनाएं | ग्रेजुएशन कोर्स |
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